भारतीय एकल नागरिकता क्या है ?

Update Rana Gohil
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एकल नागरिकता




यदि भी भारतीय संविधान संघीय है और इसने दोहरी राज पद्धति को अपनाया है लेकिन इसमें केवल एकल नागरिक की व्यवस्था की गई है और तन भारतीय नागरिकता।



यह राज्य के लिए कोई प्रत्येक नागरिक की व्यवस्था नहीं है।अन्य संघीय राज्य जैसे अमेरिका एवं संचालन में दोहरी नागरिकता व्यवस्था को अपनाया गया है।अमेरिका में प्रत्येक व्यक्ति ना केवल अमेरिका नागरिक हुआ हो उस राज्य विशेष का भी नागरिक है जहां वह रहता है।


इस तरह उसे दोहरी नागरिकता प्राप्त है और इस संदर्भ में उसे राष्ट्रीय सरकार एवं राज्य सरकार के 2 तरह से अधिकार प्राप्त होते हैं।यह राज व्यवस्था भेदभाव की समस्या पैदा कर सकती है जैसा कि राज्य में अपने नागरिक के प्रति भेदभाव बरत सकता है यह भेदभाव मताधिकार सार्वजनिक पदों व्यवस्था आदि को लेकर हो सकता है।


ऐसी समस्या को दूर करने के लिए अभी भारत में केवल नागरिकता की व्यवस्था को अपनाया गया।भारत में सभी नागरिकों को चाहे उनका जन्म कहां और निवास कहीं और हो पूरे देश में समान नागरिक अधिकार प्राप्त होते हैं।उनके बीच किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जा सकता है हालांकि भेज दो रहित इस अवस्था में कुछ अपवाद भी हैं।

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