
कोरोना वायरस का डर कैसा होता है ?
कोरोना वायरस कहा से आया ?
निकलकर चाइना से आया था ईरान इटली जापान सिंगापुर और घूमते हुए अभी भारत में भी आ गया है ।अभी तक तो हम चीन की खबरें पढ़ते थे देखते थे उससे क्यूरिसिटी जागृत होती थी जानता था कि क्या है कि भारत में आया है अब हमारी चिंता बढ़ गई है कि हमारा देश चीन की तरह एक जनसंख्या प्रधान देश है और जागरूकता हमारे अंदर चीन के मुकाबले कितना है।
दूसरे से बचाव की और प्रचार-प्रसार मतलब जो आप टीवी के जरिए से अखबार के जरिए से जैसे आपके नेटवर्क के जरिए से तो यह प्रचार प्रसार भी हो रहा है कि बचाव कैसे करा जाए जागृति करो नाम है।और
वायरस के तीन प्रकर..
जैसे साधारण 3 वायरस होते हैं १. राइनोवायरस २.एवेंजर वायरस और३. कोरोनावायरस सिंपल वायरस से हमारे को सब को बच्चों के लिए अलग वैरायटी है जिसको नार्मल कोरोनावायरस नाम दिया गया फिर उसको कोविड-19 नाम दिया गया है।
कोरोनावायरस कब से है ?
वायरस 2003 और 2012 में अलग अलग नाम से जो हो चुका है और उसमें डेफिनेट से ज्यादा थी पर उस समय एक नुकसान और फायदा है । जिससे हमें जागरूकता नहीं था कि हम दुष्प्रचार के जरिए भारत में तो देखें आपकी उसमें इतनी ज्यादा किस नहीं है लेकिन मैं पिछले चार-पांच दिन से इतना भारत में हो गया है और उसका फायदा के प्रचार प्रसार माध्यम आणि को उठा रहे अपनी टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में दिनभर देखें आपको कोरोनावायरस करते आप एक्सीडेंट केस में डेथ हो जाती है सिंपल वायरल 36 लाख की डेट होती है।
कोरोनावायरस का भ्र्म....
यह भ्रम पैदा हो गया कि किसी को छूने से हो जाता है । कि किसी के खाने से हो जाता है । कोई सामान अगर आ जाएगा सचिन से ज्यादा सामान अपने आकर चीन में हो रहा था क्या सामान से हो सकता है नहीं यह सामान से नहीं हो सकता क्योंकि यह आठ 10 घंटे के अंदर तो अपने आप हो जाता है।
हमे तो सकता है दूसरा ही आ रहा है कि यह आदमी के पास जो है वह बचा सकता है फायदे हो सकते।स्वाइन फ्लू वायरस तो उस पर हम मास्क लगा सकते मरीज मास्क लगाएं क्योंकि यह हवा से नहीं फैलता बल्कि यह कहते हैं ।
कोरोनावायरस से बच्चने का सही तरीका ।
का घर जाते डायरेक्ट मरीज के हाथ में लग जाए सामने वाले के या नाक पर मुंह पर लग जाए वह कर सकते तो उसको चेंज होती है।खांसी जुकाम का मरीज है उससे 70 फीट की दूरी बनाए हुए तो हमारी संभावना नगण्य हो जाती है । फोन नंबर जाती है तो मास्क अगर वह जिसको खांसी जुखाम में हूं लगाता है तो ज्यादा फायदेमंद सोसाइटी को है ना कि उसको कि वह बांस लगाकर घूम एक बार बचा नहीं पाए जाते। और आपफ्यूचर किसी मरीज को हो गया 14 दिन तक आप के संपर्क में रहा तो 14 दिन तक आपको दे सकता है इसलिए हम देखें कि हमारे यहां है ।
कोई दूसरा मिल इसके माध्यम से बताना चाहूंगा इस पर लिखा आ रहा है अलगाववाद ठीक नहीं है।दूसरा यह हाथ मिलाने से खेलता है सीखने से फैलता है उसके कपड़े आपके नाक पर लग जाए उसका मोबाइल आपके नाक पर लग जाए या उसके जो कपड़े या तो लिया जिससे उसने ना पहुंची है।
कोरोना वायरस हमे क्या करना है ?
वह आपके मुंह पर लग जाए इससे बचा जाए उसका इस्तेमाल कर जो पाश्चात्य सभ्यता की प्रतीक है वह हमारे देश में भी आ गई है अभी आप दो-चार दिन से देखें पूरे विश्व में हमारी इस सभ्यता को मजबूरी रही लेकिन अपना लिया है आज इजराइल के प्राइम मिनिस्टर नमस्ते नमस्ते प्रणाम।तो यह एक यह सच्चाई है तो नहीं है कि हाथ मिलाने से फैलता है इसलिए हाथ में मिला है दूसरा एक में ही आ जाती है
कोरोना वायरस खाने से कैसे होता है या नही ?
कि यह क्या सब्जी बना सकता है खाने में आ सकता है नहीं यह खाने से नहीं आ सकता जो समुद्र समुद्र। समुद्री जीव या नहीं खाते हम साथ नहीं आते वह कच्चा साथ आ जाते अगर आप समुद्री उबालकर खाने गर्म करके खा रहे तू ही वायरस खत्म हो जाता है आपके माध्यम से। 10 डिग्री पर को नष्ट हो जाता है।वायरस खत्म हो जाएगा और विचार है कि जैसे खांसी जुकाम के मरीज होते हैं या अन्य स्वाइन फ्लू के मरीज होते तो आप की शर्ते। पानी उबाल के अगर आप अब आपके साथ किसी भी तरह के मरीज को देखेंगे तो उसे मान सम्मान देना है ।
क्या कोरोना वायरस को मारा जा सकता है ?
कुछ वायरस की जो गलती है वह कम हो सकती है वायरस को मारा जा सकता है।आप देखें अस्सी से नब्बे परसेंट इस सिम पर घर में ठीक हो जाता है हां यह जरूर है कि अगर आपका ठीक नहीं हो रहा है और लक्षण बढ़ रहे हैं सांस फूल रही है निमोनिया आपको तो हो गया है लेकिन आप को समाज को भी बचाना अपने परिवार को बचाना है इसलिए आप अपने आपको आइसोलेट करें अलग रहे और अपने पास लगा के रखे जिसको खांसी जुखाम हो गया है उस मरीज का कर्तव्य है अपने परिवार अपने समाज को बचाने के लिए उन्हें मतलब समझ में आना चाहिए।और हाथ में मिलाएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें और एक तीसरी बात आती है कि हम अगर संपर्क में मरीज के आते या चिकित्सक के क्रम बोंद्रे जो इसमें बहुत ज्यादा संपर्क में है उनके लिए बेस्ट तरीका क्या है साफ करेगा तो पैसे की साठ से सत्तर परसेंट एल्कोहल जिसमें हूं इस तरह की स्पीड बाजार में मिल जाती है। ध्यान रखें कि हाथ को बार बार मुंह और नाक पर ले जाए।
कोरोना वायरस : सैनिटाइजेशन
सैनिटाइजेशन के लिए सबसे बढ़िया तरीका कैल्पोल वाले जो हाथ पहुंचने के पदार्थ हैं उनका इस्तेमाल करेंतो उसको प्रथम और आइसोलेट करने की जरूरत है । और अगर वह आइसोलेशन में तनाव डिप्रेशन नजरें तो आजकल आपके हाथ में मोबाइल है टीवी है अखबार आपको मिलेगा तो आपके लिए। आपने अकेले रहता है और आप अपने मोबाइल के जरिए जोड़ सकते मोबाइल से किसी दूसरे को मोबाइल से बात करने पर नहीं फैलता है तो आप अपने मोबाइल पर बात करिए आइसोलेटर क्या होता है तो सरकारी डॉक्टर के पास जाकर दिखाएं और इसमें डरने की जरूरत नहीं है।